tag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post9080904369963377315..comments2023-10-10T06:51:30.363-07:00Comments on JHAROKHA: दीवानगी की हदपूनम श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-23091035192426407442011-03-06T09:35:52.743-08:002011-03-06T09:35:52.743-08:00आशा से परिपूर्ण हृदय का संवेदनआशा से परिपूर्ण हृदय का संवेदनAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-36551559577229169712011-03-06T09:18:03.894-08:002011-03-06T09:18:03.894-08:00मुस्कराता सा नजर आऊंगा बंद पलकों से ही देख सही
ky...मुस्कराता सा नजर आऊंगा बंद पलकों से ही देख सही<br /><br />kya khoob kaha hai aapneManoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-79324848093060680672011-03-03T10:29:20.045-08:002011-03-03T10:29:20.045-08:00कृप्या आप फेस बुक और ब्लाग पर अपनी दूसरी फोटो डाल ...कृप्या आप फेस बुक और ब्लाग पर अपनी दूसरी फोटो डाल लीजिए,यह फोटो बहुत मादक है जो आपकी भाव प्रवण रचनाओं से मेल नहीं खातीवीरेन्द्र जैनhttps://www.blogger.com/profile/03394460991280336978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-39891467978805310992011-03-03T08:36:03.620-08:002011-03-03T08:36:03.620-08:00दीवानगी की हद ही कहेंगे इसे।
बहुत सुंदर रचना| धन्...दीवानगी की हद ही कहेंगे इसे।<br /><br />बहुत सुंदर रचना| धन्यवादDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-1443838387086345302011-03-03T08:02:18.356-08:002011-03-03T08:02:18.356-08:00"तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से तेरी ..."तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से तेरी राहों में हरदम मेरी पलकें हैं बिछी"<br /><br />लाजवाब रचनाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-7674040215069817672011-03-02T19:31:50.814-08:002011-03-02T19:31:50.814-08:00तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से
तेरी राहों...तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से<br /><br />तेरी राहों में हरदम मेरी पलकें हैं बिछी ।<br />bahut sundar .ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-60628460622689937452011-03-02T05:51:04.229-08:002011-03-02T05:51:04.229-08:00भाव पूर्ण पंक्तियाँ हैं.
ये दीवानगी की ही हद है श...भाव पूर्ण पंक्तियाँ हैं.<br /><br />ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी<br />एक तरफ़ा प्यार मेरा कभी तो जीतेगा सही।<br />मेरे प्यार की जुस्तजू है प्यार की इन्तहां<br />तेरे इनकार पर भी एतबार नहीं।<br />...ये शेर पसंद आये. कुछ अपनी बात सी लगी.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-45409777900633773492011-03-01T00:04:36.470-08:002011-03-01T00:04:36.470-08:00poonam ji , bahut hi sudnar kavita ke liye badhayi...poonam ji , bahut hi sudnar kavita ke liye badhayi sweekar kare. <br /><br />----------<br />मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .<br />आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.<br />"""" इस कविता का लिंक है :::: <br />http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html <br />विजयvijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-78305677921750764062011-02-28T06:09:05.515-08:002011-02-28T06:09:05.515-08:00ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी
एक तरफ़ा प्यार म...ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी<br /><br />एक तरफ़ा प्यार मेरा कभी तो जीतेगा सही।<br /><br />बहुत खूब! बहुत सुन्दर प्रस्तुति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-52438685365154003852011-02-27T10:50:19.831-08:002011-02-27T10:50:19.831-08:00प्यार की ताकत है कोई कच्ची डोर नहीं
खिंची चली आयेग...प्यार की ताकत है कोई कच्ची डोर नहीं<br />खिंची चली आयेगी तू रहे जहां भी कहीं।<br /><br /><br />दीवानगी की हद हो गयी. उत्कृष्ट प्रस्तुति. बधाई सुंदर रचना के लिए.<br /><br />अभी आपकी तबीयत कैसी है? आशा है अब पूर्ण स्वस्थ्य होंगी आप.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-72270282767799262272011-02-27T08:16:49.581-08:002011-02-27T08:16:49.581-08:00क्या बात है जान जाती नहीं मौत आती नहीं मौत भी बेचा...क्या बात है जान जाती नहीं मौत आती नहीं मौत भी बेचारी सोचती होगी किसी जिन्दा के पास चले मरे को क्या मारना । कोई पास न हो तो खयालों के दिये जलाना भी जरुरी है इस घर की देखभाल को बीरानियां to है जाले निकल गये तो हिफाजत करेगा कौन । बीरानियों की तरह यादों के दिये भी होना ही चाहिये।उजाले अपनी यादों के हमेशा साथ ही रखना न जाने किस गली में जिन्दगी की शाम हो जावे। इन्कार पर भी एतवार नहीं एक बहुत अच्छा प्रयोग। दिल के बन्द पट खेाल मुस्कराता ही नजर आउगा। इसे इस तरह भी ले सकते है कि दिल के पट खुल जाने पर वह सांवला सलोना मुरलीवाला मुस्कराता ही दिखेगा।आध्यात्मिक भी और सांसारिक भी। लाजवाब रचना ा।BrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-31820169189600150832011-02-27T07:26:39.148-08:002011-02-27T07:26:39.148-08:00दीवानगी की हद तक प्यार पर ऐतबार . सुन्दर भाव और शब...दीवानगी की हद तक प्यार पर ऐतबार . सुन्दर भाव और शब्दों में गुंथी अच्छी लगी ये कविता .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-56517980078050569762011-02-26T08:24:02.151-08:002011-02-26T08:24:02.151-08:00बहुत सुंदर सीख देती एक सरल किंतु गम्भीर रचना| धन्य...बहुत सुंदर सीख देती एक सरल किंतु गम्भीर रचना| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-7836520173260077002011-02-26T05:29:18.394-08:002011-02-26T05:29:18.394-08:00ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी
एक तरफ़ा प्यार मे...ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी<br />एक तरफ़ा प्यार मेरा कभी तो जीतेगा सही।....<br /><br />बहुत खूब ....Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-15299958794469700112011-02-26T05:09:43.566-08:002011-02-26T05:09:43.566-08:00धड़कनें देतीं दस्तक दिल के बन्द पट खोल जरा
मुस्करा...धड़कनें देतीं दस्तक दिल के बन्द पट खोल जरा<br />मुस्कराता सा नजर आऊंगा बंद पलकों से ही देख सही। .क्या बात है इसे कहते है जज्बात , बहुत खूब, मुबारक होSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-44006992093878198682011-02-25T19:39:47.233-08:002011-02-25T19:39:47.233-08:00ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी
और
तेरे कदमों क...ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी<br /><br />और<br /><br />तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से<br /><br />बहुत खूब.<br />सलाम.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-77817993648237267972011-02-25T09:01:45.357-08:002011-02-25T09:01:45.357-08:00वाह..
बहुत खूब...वाह..<br />बहुत खूब...Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-82040028868649105942011-02-25T08:47:56.826-08:002011-02-25T08:47:56.826-08:00उत्कृष्ट रचना
बहुतसुन्दर प्रस्तुतिउत्कृष्ट रचना <br />बहुतसुन्दर प्रस्तुतिDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-81223635588657482752011-02-25T07:32:35.906-08:002011-02-25T07:32:35.906-08:00ऊपर से गुड़िया हंसे, अंदर पोलम-पोल,
गुड़िया से है ...ऊपर से गुड़िया हंसे, अंदर पोलम-पोल,<br />गुड़िया से है प्यार तो, टांकों को मत खोलManjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-6309458625066521322011-02-25T02:38:49.413-08:002011-02-25T02:38:49.413-08:00तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं
कब से तेरी राहों...तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं<br /> कब से तेरी राहों में हरदम मेरी पलकें हैं बिछी <br />deewanagi ki hadd!!<br />achchhi lagi..:)मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-72055986959193925782011-02-24T22:01:47.644-08:002011-02-24T22:01:47.644-08:00धड़कनें देतीं दस्तक दिल के बन्द पट खोल जरा
मुस्कर...धड़कनें देतीं दस्तक दिल के बन्द पट खोल जरा<br /><br />मुस्कराता सा नजर आऊंगा बंद पलकों से ही देख सही।<br /><br />वाह....बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-60637260037976373642011-02-24T20:51:44.613-08:002011-02-24T20:51:44.613-08:00उत्कृष्ट रचना अच्छी लगी.
--पूनम माथुरउत्कृष्ट रचना अच्छी लगी.<br /> --पूनम माथुरvijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-55712989028949875362011-02-24T20:51:10.894-08:002011-02-24T20:51:10.894-08:00sabase pahle ek bahut hi pyari rachna ke liye hard...sabase pahle ek bahut hi pyari rachna ke liye hardik badhai... sach me kaun diwana na ho jaye ise padh kar?<br /><br />aur dosto ne aapki jaldi thik hone ki baat kahi hai.... meri bhi duwaye yahi hain.<br />par aapko huwa kya hai....sab thik to hai na.Ravi Rajbharhttps://www.blogger.com/profile/16224660000339492496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-72354311415874315092011-02-24T20:26:00.721-08:002011-02-24T20:26:00.721-08:00तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से
तेरी राहों...तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से<br /><br />तेरी राहों में हरदम मेरी पलकें हैं बिछी ।<br />waah....रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4386048918231427711.post-35168357203240568622011-02-24T19:34:04.282-08:002011-02-24T19:34:04.282-08:00ये लाइन एक दम सच्ची सी लगी, अच्छे भाव समेटे बढ़िया...ये लाइन एक दम सच्ची सी लगी, अच्छे भाव समेटे बढ़िया रचना .<br /><br />मौत आती भी नहीं जां जाती भी नहीं<br />भंवर में फ़ंसे मांझी सी सांसें अटकी ही रहीं। <br /><a href="http://uttarpradeshbloggerassociation.blogspot.com/2011/02/blog-post_178.html" rel="nofollow">नारी स्वतंत्रता के मायने</a>Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.com