गुरुवार, 3 मई 2012

सफ़र


जिंदगी का सफ़र आसान है मगर,
मुश्किलों की भी कोई कमी तो नहीं।

फ़ूलों से भरी ये डगर है मगर,
कांटों की भी कोई कमी तो नहीं।

पंख देना अरमानों को आसान है मगर,
पर कतरने वालों की भी कमी तो नहीं।

मंजिल को पाना आसान है मगर,
हौसलों में हो गर कोई कमी तो नहीं।

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं।
000
पूनम

28 टिप्‍पणियां:

विभूति" ने कहा…

मंजिल को पाना आसान है मगर,
हौसलों में हो गर कोई कमी तो नहीं।.... बस इसी हौसले की जरुरत है..... हम सभी को.....

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं।

वाह...बहुत बेहतरीन प्रस्तुति,
सुंदर गजलके लिए ,..पूनम जी.. बधाई

MY RECENT POST.....काव्यान्जलि.....:ऐसे रात गुजारी हमने.....

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

एक एक पंक्तिया बेहतरीन है..
बहुत ही सुन्दर रचना....

amit kumar srivastava ने कहा…

मौत आये आपके दुश्मनों को ,
हाँ ! रचना अच्छी है |

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Vaanbhatt ने कहा…

बहुत ही उम्दा रचना...जिंदगी में सब कुछ मिलेगा...अवसरों की कमी तो नहीं....

Vaanbhatt ने कहा…

बहुत ही उम्दा रचना...जिंदगी में सब कुछ मिलेगा...अवसरों की कमी तो नहीं....

Shikha Kaushik ने कहा…

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं।

sundar bhavon ki abhivyakti .aabhar

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डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

जिंदगी का सफ़र आसान है मगर,
मुश्किलों की भी कोई कमी तो नहीं।

Bahut Suder Gazal

yashoda Agrawal ने कहा…

कल 05/05/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .

धन्यवाद!

Rakesh Kumar ने कहा…

जिंदगी का मकसद समझ आ जाए
और उस मकसद की ओर चल पड़े
तो यह सफर ही असली सफर है
वर्ना तो भटकन ही भटकन है.

आपकी प्रस्तुति लाजबाब और
प्रेरणादायी है.

बहुत दिनों से आपको अपने ब्लॉग
पर न देख निराश हूँ.मैं बहुत अधिक
नहीं लिखता.जो भी लिखा आप सब ही के
प्रोत्साहन से लिखा.यदि आप भी नहीं आयेंगें
तो लिखने का कोई मकसद ही नहीं रहेगा.

आशा बिष्ट ने कहा…

सुन्दर रचना....

केवल राम ने कहा…

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं।

जीवन की वास्तविकता को हर शब्द के माध्यम से अभिव्यक्त किया है आपने ..बेहद प्रभावशाली रचना ...!

अजय कुमार झा ने कहा…

जिसे तलाशते रहे बनाने को दोस्त उम्र भर ,
ठिठक के सोचा ,कहीं वो खुद हमी तो नहीं

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

यही वो बाधाएं हैं जो जीवन को आगे बढ़ने की शक्ति प्रदान करती हैं.. यही वो कमियां हैं जिनसे लड़कर जीवन परिपूर्ण होता है!!
बहुत अच्छे भाव!!

सदा ने कहा…

मंजिल को पाना आसान है मगर,
हौसलों में हो गर कोई कमी तो नहीं।

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं।
बहुत ही अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने ...उत्‍कृष्‍ट लेखन ।

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

खूबसूरत गजल

vandana gupta ने कहा…

पंख देना अरमानों को आसान है मगर,
पर कतरने वालों की भी कमी तो नहीं।

उम्दा और सारगर्भित रचना

रविकर ने कहा…

सुंदर गजल ||

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

वाह बहुत खूब ...

Hindi Sahitya ने कहा…

www.hindisahitya.org par kavita publish kare

दिगम्बर नासवा ने कहा…

ख्वाब पूरे हो जायें यूं जिंदगी के अगर,
मौत भी आ जाए तो कोई गम तो नहीं। ...

पर ख्वाबोब कों लगाम कहाँ लग पाती है .... एक पूरा होता है तो दूजा निकल आता है ...

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बेहतरीन

सादर

प्रेम सरोवर ने कहा…

पंख देना अरमानों को आसान है मगर,
पर कतरने वालों की भी कमी तो नहीं।

बहुत दिन हो गए । आपने मरे पोस्ट पर आना जाना ही छोड़ दिया । खैर मैं ही याद कर रहा हूं। मेरे पोस्ट पर आपका निमंत्रण है । धन्यवाद ।

Maheshwari kaneri ने कहा…

पंख देना अरमानों को आसान है मगर,
पर कतरने वालों की भी कमी तो नहीं।............
bahut sundar....

Satish Saxena ने कहा…

दिल तो करता है कि एक बार कसक पूरी हो जाये फिर रहे न रहें ...
प्रभाव शाली रचना के लिए बधाई !

Noopur ने कहा…

Reality of life.... pleasure to visit here for the first time :)

सूबेदार ने कहा…

punah ji namaste
bahut hi sundar prastuti
sapne bhi acchhe lekin sahas bhi.
bahut-bahut dhanyabad