(फ़ोटो गूगल से साभार) |
पन्द्रह
अगस्त का आया शुभ दिन
हमको
आज़ाद कराने का दिन
शहादत
और बलिदानों का दिन
हम
सबकी खुशहाली का दिन।
सर
पे कफ़न बांध थे निकले
वीर
युवा सब आज के ही दिन
शीश
कटा पर झुका न उनका
भारत
मां को मान दिलाने का दिन।
कुर्बानी
याद दिलाने का दिन
वीरों
पर शीश झुकाने का दिन
गाथाएं
उनकी गाने का दिन
राहों
पर उनके जाने का दिन।
कसमें
सभी निभाने का दिन
पुष्पांजलियां
अर्पित करने का दिन
आज़ादी
जो वीरों ने दी
सुरक्षित
उसे बनाने का दिन।
000
पूनम
श्रीवास्तव
14 टिप्पणियां:
बहुत सुंदर
आजादी की सालगिरह बहुत बहुत मुबारक
सुंदर रचना ..
बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
वाह... अच्छा लिखा है..
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जय हिंद!
वीरों की कुर्बानी सदा याद रखनी चाहिए ...
१५ अगस्त की बहुत शुभकामनायें ...
बहुत सुन्दर रचना पूनम जी...
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
सस्नेह
अनु
बहुत सुन्दर रचना पूनम जी........ .
स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
.............जयहिन्द............
............वन्दे मातरम्..........
बहुत सुन्दर रचना पूनम जी........ .
स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
.............जयहिन्द............
............वन्दे मातरम्..........
खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
nice presentation .आजादी ,आन्दोलन और हम
सबको शुभकामनायें...
bohot sundar.....
आजादी की सालगिरह मुबारक हो....अच्छी सरल कविता..आजादी की नई जंग है आजकल। उम्मीद है कि लोग इसे भी पूरी शिद्दत से लड़ेगे
कसमें सभी निभाने का दिन
पुष्पांजलियां अर्पित करने का दिन
आज़ादी जो वीरों ने दी
सुरक्षित उसे बनाने का दिन।
सही कहा पूनम जी, प्रेरक रचना ।
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