जला जला कर खुद को,खाक करते हो क्यूं।
ज़िन्दगी अनमोल खजाना,जीना तो सीख लो।
देख कर औरों की खुशियां कुढ़ते हो क्यूं
गैरों की खुशी में भी,हंसना तो सीख लो।
रास्ते मंजिलों के,आसान ढूंढ़ते हो क्यूं
मुश्किलों का सामना,करना तो सीख लो।
छूने
को आसमान की हद,कोशिश करो जरूर
पहले
पांव को जमीं पर,जमाना तो सीख लो।
अपने
को गैरों से,ऊंचा समझते हो क्यूं
एक
बार खुद को भी कभी,आंकना तो सीख लो।
तक़दीर
को ही हर कदम पर,कोसते हो क्यूं
रह
गई कमी कहां पे है,जानना तो सीख लो।
कर
के भरोसा दूसरों पे,पछताते हो क्यूं
बस
हौसला बुलंद करना,खुद का तो सीख लो।
बात
सिर्फ़ इतनी सी है,जीवन फ़कत पाना ही क्यूं,
खोना
भी पड़ता है बहुत,सब्र करना तो सीख लो।
000
पूनम
बहुत खूब ..
जवाब देंहटाएंएक नजर समग्र गत्यात्मक ज्योतिष पर भी डालें !!
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना
बेहतरीन
जवाब देंहटाएंsundar rachna..
जवाब देंहटाएंसार्थक व् सुन्दर प्रस्तुति आभार समझें हम
जवाब देंहटाएंसुंदर सार्थक रचना,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ...: आई देश में आंधियाँ....
काम के सूत्र... सबको सीखने चाहिए
जवाब देंहटाएंवाह...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर पूनम जी...
सस्नेह
अनु
ज्ञान वर्धक और पुष्ट कारक रचना |
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने, आपसे सहमत ......
जवाब देंहटाएंwaah kya baat hai....aaj ki generation to kya sabko ek seekh deti ufanti hui si rachna.
जवाब देंहटाएंकल 19/07/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
सार्थक सीख।
जवाब देंहटाएंबहुत ही उत्साहवर्धक रचना, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
छूने को आसमान की हद,कोशिश करो जरूर
जवाब देंहटाएंपहले पांव को जमीं पर,जमाना तो सीख लो।..वाह: बहुत सुन्दर..पूनम जी..
छूने को आसमान की हद,कोशिश करो जरूर
जवाब देंहटाएंपहले पांव को जमीं पर,जमाना तो सीख लो ...
बहुत खूब ... सुन्दर शेर है इस सीख का ... कुछ बातें जीवन में सीखनी चाहिए ...
देख कर औरों की खुशियां कुढ़ते हो क्यूं
जवाब देंहटाएंगैरों की खुशी में भी,हंसना तो सीख लो।
इतना ही कोई सीख लो तो बात ही क्या ..
बहुत सुन्दर रचना है.
सच है, कितना कुछ सीखना शेष है इस जीवन में।
जवाब देंहटाएंकर के भरोसा दूसरों पे,पछताते हो क्यूं
जवाब देंहटाएंबस हौसला बुलंद करना,खुद का तो सीख लो।
बात सिर्फ़ इतनी सी है,जीवन फ़कत पाना ही क्यूं,
खोना भी पड़ता है बहुत,सब्र करना तो सीख लो।
गहन भाव लिए ... प्रेरणात्मक विचारों के साथ उत्कृष्ट लेखन ...आभार
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना...
उत्कृष्ट अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंदेख कर औरों की खुशियां कुढ़ते हो क्यूं
जवाब देंहटाएंगैरों की खुशी में भी,हंसना तो सीख लो।
बहुत सुंदर जीवन के सिद्धांत इस कविता में समोए है. सुंदर प्रस्तुति.
धन्यबाद.
सुंदर सीख देती कविता
जवाब देंहटाएंप्रेरक पंक्तियाँ
सादर !!
तक़दीर को ही हर कदम पर,कोसते हो क्यूं
जवाब देंहटाएंरह गई कमी कहां पे है,जानना तो सीख लो।
...बहुत ही सच्ची बात कही है ...अगर हम ऐसा करलें ....तो शायद जीवन की नेयमतों को पहचानना और उनका शुक्रिया अदा करना सीख लें
सटीक सीख देती अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंजीना तो सीख लो....
जवाब देंहटाएंकाश ..
वाह..... बहुत सुन्दर....
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर पूनम जी । हौसला बढाना, अपनी कमी को पूरा करना,औरों की खुशियों में शऱीक होना, इन छोटी छोटी पर महत्वपूर्ण बातों से जिंदगी खुशगंवार हो जायेगी ।
जवाब देंहटाएंsuperlike.true in every situation.
जवाब देंहटाएंhttp://readitnoworanytime.blogspot.in/search/label/Poetry
plz spare ur precious time to review some of my poems too.