शनिवार, 9 मार्च 2013

अपने लिये भी---।


चुरा लो समय से कुछ पल
अपने लिये भी
मांग लो थोड़ा सा वक़्त
अपने लिये भी
कल रहो या न रहो
ढूंढ़ लो कोई ठिकाना
अपने लिये भी।

दूसरों पर और खुशियां
लुटाओगे कब तलक
बचा लो थोड़ी सी खुशी
अपने लिये भी।
कटु वचन को अपने अंदर
घोलोगे कब तलक
मांग लो दो शब्द प्रेम के
अपने लिये भी।
खुद जियो और जीने दो दूसरों को
मान लो इस सत्य को
अपने लिये भी।
000
पूनम


18 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    --
    महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ...!

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!

    महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !
    सादर

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    अर्ज सुनिये

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  3. शिव रात्रि मंगल मय हो पूनम जी

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  4. शिव रात्रि मंगल मय हो पूनम जी

    जवाब देंहटाएं
  5. महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ

    जवाब देंहटाएं
  6. सच कहा .. अपने लिए जरूर समय होना चाहिए ... नहीं तो बाद में पछतावा होता है ...

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  7. खुद जियो और जीने दो दूसरों को
    मान लो इस सत्य को
    अपने लिये भी ..
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति...

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  8. sir mere blog ki bhi ek post bnaye aap ek bade or popular blogger plz mana mt karna mene naya blog bnaya h takniki ko smarpit aap bhi dekhe or apne friend ko bhi dekne ke liye kahe blog ka pata h
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    जवाब देंहटाएं
  9. apni khushi jab doosron ki khushiyon mein dhoond rahein ho tab ??

    जवाब देंहटाएं
  10. सही बात,दुनियादारी तो जीवन ही है..
    कुछ वक्त अपने लिए भी चाहिए सुकून के...
    सुन्दर रचना..
    :-)

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