
इन्सान कहाँ रहते हैं,
कोई तो बताओ.
ये जो दिखते हैं वो तो,
माटी के हैं पुतले.
इनमें ईमान कहाँ होता है,
कोई तो बताओ.
बंद ऑंखें भी हैं चुप,
खुली ऑंखें भी हैं चुप.
इनमें जुबान कहाँ होती है,
कोई तो बताओ.
दिलों में जिनके नफरत,
हाथों में मशीनी हरकत.
उनमें जज्बात कहाँ होता है,
कोई तो बताओ.
जिनका जीवन ही हो पैसा,
जिनके लिए मौत भी है सौदा.
उनमें aभगवान् कहाँ रहता है,
कोई तो बताओ.
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पूनम