ख्वाबों में ही छलनी हो, गया जिगर जिसका
वही तो जिगर हमारा है, वहीं तो जिकर हमारा है।
खयालों के धागे बुनते बुनते, कुछ बिगड़े कुछ सूत बने।
वही तो फ़िर उम्मीद बने, वही तो फ़िर सहारा है।
सूरज चांद बादल सारे, झिलमिल करते ये तारे
वही धरती ,नील गगन हमारा, वही तो प्यारा नजारा है।
वही पोखर ,वही नदियां,वही लहरें समुन्दर की
वही सुनामी बन जाती कभी, वही प्यासे की अमृतधारा है।
जिस्म भी एक जान भी एक, है रंग गोरा, काला तो क्या
वही मन सबका एक हो गर ,तो बदले जहां ये सारा है।
वही सोना, वही चांदी, वही मोती, मांनिक भी
खान से कोयले के निकले जो, वही तो हीरा हमारा है।
जो रंगत रक्त की एक ही है,तो नफ़रत क्यों पनपती है
जीतें दिलों को मोहब्बत से, यही पैगाम हमारा है।
====
पूनम
23 टिप्पणियां:
वही सोना, वही चांदी, वही मोती, मांनिक भी
खान से कोयले के निकले जो, वही तो हीरा हमारा है।
जो रंगत रक्त की एक ही है,तो नफ़रत क्यों पनपती है
जीतें दिलों को मोहब्बत से, यही पैगाम हमारा है।
बहुत सुंदर ...पंक्तियों..... के साथ बहुत सुंदर रचना...
आपको होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं...
बहुत ही सराहनीय प्रयास है
सामान्य ज्ञान के लिए मेरे ब्लॉग पर भी आप सादर आमंत्रित है
http://gyansarita.blogspot.com/
ख्वाबों में ही छलनी हो, गया जिगर जिसका
वही तो जिगर हमारा है, वहीं तो जिकर हमारा है।
अजी ऎसे ख्वाब मत देखे जो खुन खरावा करते हो...
बहुत सुंदर लगा आप का यह पैगाम
धन्यवाद
"भावुकता से भरी पंक्तियाँ..."
प्रणव सक्सैना amitraghat.blogspot.com
बहुत ही सराहनीय प्रयास है....
जो रंगत रक्त की एक ही है,तो नफ़रत क्यों पनपती है
जीतें दिलों को मोहब्बत से, यही पैगाम हमारा है।
बहुत सुंदर
बहुत अच्छी खबर है!
ख्बाब सत्य नही होते हैं!
बेहद पसंद आई।
बेहद खुबसुरत अभिव्यक्ती.....बहुत अच्छी तरह अपनी भावनाए बताइ आपने सुन्दर सन्देश के साथ...ध्न्यवाद!
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
आपको होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं...
जो रंगत रक्त की एक ही है,तो नफ़रत क्यों पनपती है
जीतें दिलों को मोहब्बत से, यही पैगाम हमारा है।
Bahut sunder bhav aur sandesh liye hai aapkee ye rachana.............
Ati sunder .
Badhai
बहुत प्यारा पैगाम....खूबसूरत अभिव्यक्ति.
होली की शुभकामनायें
ek khoobsurat geet hai yah rachna
sunder bhaavo se sazi pyari rachna.
sundar..!
Happy holi.
जीतें दिलों को मोहब्बत से, यही पैगाम हमारा है..
सच कहा ..........
आपको और आपके समस्त परिवार को होली की शुभ-कामनाएँ ...
बहुत सुन्दर रचना
ख्वाबों में ही छलनी हो, गया जिगर जिसका
वही तो जिगर हमारा है, वहीं तो जिकर हमारा है।
आपको व आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें
अच्छे भाव.
आपको होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ.
बहुत अच्छी रचना पूनम जी.
सुन्दर सन्देश!
आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं
"पूनम जी होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ......."
प्रणव सक्सैना
amitraghat.blogspot.com
आपको और आपके परिवार को होली पर्व की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
इस अवसर पर मोहब्बत का यह पैगाम अच्छा लगा ।
जिसके प्रियतम दूर बसे उससे पूछो होली का हाल
सारे रंग हैं जल के जैसे, और हुई वो जल कर श्याम.
अब तो आ जा प्रियतम प्यारे ओ मेरे हमजोली
दूरी तो बस कब की हो ली, आज मिलन की होली.
पूनम जी आपकी पंक्तियों का संयोजन एवं शब्दों का चयन अतुलनीय है..
भावों की सच्ची अभिव्यक्ति के लिए साधुवाद!!
एक टिप्पणी भेजें