
ओम साईं नमः
जय जय साईं बाबा
तुमको नित नित प्रणाम
तुमको लाखों प्रणाम
तुमको कोटि कोटि प्रणाम।
जय जय ---------------।
ओम साईं नमः
शिरडी साईं नमः
साईं साईं नमः
जय जय साईं नमः
देखो साईं बाबा तेरो कितने हैं नाम
जय जय ---------------।
साईं की लीला देखो
कैसी अपरम्पार है
जो दुविधा बंधन में फ़ंसे
करते बेड़ा पार हैं
इसीलिये तो रटते हैं सब
साईं साईं राम।
जय जय ---------------।
साईं सुमिरन जो करे
सो साईं का होय
जो साईं को न सुमिरै
वो भी साईं का होय
इसी लिये तो कहते तुमको
भोले साईं नाथ।
जय जय ---------------।
साईं तो सबके लिये
होवे एक समान
दिल में सभी बराबर उनके
चाहे राम हो या रहमान
इसीलिये तो जाते हैं
सब ही उनके धाम
जय जय ---------------।
तन मन और धन से साईं
सबकी करते सच्ची सेवा
छूत अछूत को वो न मानें
खाते जो भी प्रेम से देता
तभी तो कहलाते हैं
वो साईं संत महान
जय जय ---------------।
अरज हमारी साईं इतनी
हम तो हैं अज्ञानी
मद मस्ती में चूर होके
बन जाते अभिमानी
भूल चूक को क्षमा करो
समझो हैं बालक नादान
जय जय ---------------।
क्या है सेवा क्या है भक्ति
इससे हम हैं अंजान
जैसे भी है जो भी है
तुमको है सब अर्पण
जहां पर तुमने जन्म लिया
धन्य वो शिरडी धाम
जय जय साईं बाबा
तुमको बारम्बार प्रणाम।
जय जय ---------------।
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पूनम