आया देखो फागुन री
मन सबका भटकाए री
लहर लहर बरसे रंग अंगना
सारी देह भिजो डारी।
रंग दे सखि इक ऐसे रंग में
जीवन भर ना छूटे री
रंग होरी के कच्चे सारे
मन सबका भटकाए री
लहर लहर बरसे रंग अंगना
सारी देह भिजो डारी।
रंग दे सखि इक ऐसे रंग में
जीवन भर ना छूटे री
रंग होरी के कच्चे सारे
पर पी का संग ना छूटे री ।
आज पिया बन कृष्ण कन्हैया
रंग देंगे जो तन मन सारा
मैं राधा बन रास रचाॐ
कंत के संग रंग जाऊं री।
बाकी रंग तो कच्चे सारे
मन का रंग ही पक्का री
इस रंग में रंग दे जो हमको
सखि ऐसा गीत सुना जा री।
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आज पिया बन कृष्ण कन्हैया
रंग देंगे जो तन मन सारा
मैं राधा बन रास रचाॐ
कंत के संग रंग जाऊं री।
बाकी रंग तो कच्चे सारे
मन का रंग ही पक्का री
इस रंग में रंग दे जो हमको
सखि ऐसा गीत सुना जा री।
********
सभी पाठकों को होली की शुभकामनाएँ
पूनम
पूनम
4 टिप्पणियां:
bahut sundar faguni rang.......
सचमुच मन का पक्का रंग,
ख़ूब चढ़े जो "पी" के संग!
पूनम आपको होली की अनेकोम शुभकामनाये। आपका मेरे होली गीत व आवाज़ पसंद करने का शुक्रिया।
सुन्दर रचना
शुक्रिया
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