मंगलवार, 14 अगस्त 2012

आया शुभ दिन

(फ़ोटो गूगल से साभार)

पन्द्रह अगस्त का आया शुभ दिन
हमको आज़ाद कराने का दिन
शहादत और बलिदानों का दिन
हम सबकी खुशहाली का दिन।

सर पे कफ़न बांध थे निकले
वीर युवा सब आज के ही दिन
शीश कटा पर झुका न उनका
भारत मां को मान दिलाने का दिन।

कुर्बानी याद दिलाने का दिन
वीरों पर शीश झुकाने का दिन
गाथाएं उनकी गाने का दिन
राहों पर उनके जाने का दिन।

कसमें सभी निभाने का दिन
पुष्पांजलियां अर्पित करने का दिन
आज़ादी जो वीरों ने दी
सुरक्षित उसे बनाने का दिन।
000
पूनम श्रीवास्तव



15 टिप्‍पणियां:

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत सुंदर

आजादी की सालगिरह बहुत बहुत मुबारक

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

सुंदर रचना ..

vandan gupta ने कहा…

बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

Shah Nawaz ने कहा…

वाह... अच्छा लिखा है..

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

जय हिंद!

दिगम्बर नासवा ने कहा…

वीरों की कुर्बानी सदा याद रखनी चाहिए ...
१५ अगस्त की बहुत शुभकामनायें ...

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना पूनम जी...
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!

सस्नेह
अनु

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
RECENT POST...: शहीदों की याद में,,

Suresh kumar ने कहा…


बहुत सुन्दर रचना पूनम जी........ .
स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
.............जयहिन्द............
............वन्दे मातरम्..........







Suresh kumar ने कहा…


बहुत सुन्दर रचना पूनम जी........ .
स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
.............जयहिन्द............
............वन्दे मातरम्..........







संजय भास्‍कर ने कहा…

खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

Shalini kaushik ने कहा…

nice presentation .आजादी ,आन्दोलन और हम

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सबको शुभकामनायें...

Vipul ने कहा…

bohot sundar.....

Rohit Singh ने कहा…

आजादी की सालगिरह मुबारक हो....अच्छी सरल कविता..आजादी की नई जंग है आजकल। उम्मीद है कि लोग इसे भी पूरी शिद्दत से लड़ेगे

Asha Joglekar ने कहा…

कसमें सभी निभाने का दिन
पुष्पांजलियां अर्पित करने का दिन
आज़ादी जो वीरों ने दी
सुरक्षित उसे बनाने का दिन।

सही कहा पूनम जी, प्रेरक रचना ।