मौत आती भी नहीं जां जाती भी नहीं
भंवर में फ़ंसे मांझी सी सांसें अटकी ही रहीं।
तेरे यादों के दिये जलाये हैं हुये
पर तू आस पास नजर आई ना कहीं।
खयालों में डूबा हूं तेरे इस कदर
न यहीं का रहा ना रहा कहीं।
ये दीवानगी की ही हद है शायद मेरी
एक तरफ़ा प्यार मेरा कभी तो जीतेगा सही।
मेरे प्यार की जुस्तजू है प्यार की इन्तहां
तेरे इनकार पर भी एतबार नहीं।
प्यार की ताकत है कोई कच्ची डोर नहीं
खिंची चली आयेगी तू रहे जहां भी कहीं।
धड़कनें देतीं दस्तक दिल के बन्द पट खोल जरा
मुस्कराता सा नजर आऊंगा बंद पलकों से ही देख सही।
तेरे कदमों की आहट को सुन रहा हूं कब से
तेरी राहों में हरदम मेरी पलकें हैं बिछी ।
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पूनम